हाईकोर्ट के निर्देशों के बाद होगी मुंसिफ न्यायालय की स्थापना

एडीजे एससी एसटी ने मोदीनगर पहुंच किया तहसील मुख्यालय का निरीक्षण


मोदीनगर (योगेश गौड़)।  सर्वोच्च न्यायालय के निर्देश के बाद सोमवार को एडीजे एससी मुख्यालय-एसटी गाजियाबाद मलखान सिंह ने मुंसिफ न्यायालय  स्थापना के लिए तहसील का निरीक्षण किया।
         गौरतलब है कि तहसील क्षेत्र में मुंसिफ न्यायालय स्थापित किए जाने की मांग गत कई वर्षों से लंबित पड़ी हुई है। मुंसिफ न्यायालय स्थापित किए जाने के लिए स्थान का चयन करने के लिए प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा कई बार तहसील क्षेत्र का दौरा किया जा चुका है। लेकिन तहसील क्षेत्र में कोई भी स्थान चयनित नहीं हो सका था। जिसके चलते मुंसिफ न्यायालय स्थापित किए जाने की  कार्यवाही ठंडे बस्ते में पड़ी थी।  जानकारी के अनुसार हाल ही में ग्रामीणों को सुलभ न्याय उपलब्ध कराने के उद्देश्य से सर्वोच्च न्यायालय ने तहसीलों में मुंसिफ न्यायालय  जल्द से जल्द स्थापित किए जाने के सख़्त निर्देश दिए गए हैं। जिसके चलते  मोदीनगर  तहसील में मुंसिफ न्यायालय स्थापित किए जाने के लिए दिए गए निर्देशों के अनुपालन में सोमवार को एडीजे एससी-एसटी मलखान सिंह तहसील मुख्यालय पहुंचे। उन्होंने तहसील मुख्यालय के साथ ही तहसील के सामने स्थित पूर्व में पालिका द्वारा मुंसिफ न्यायालय के लिए बनाए गए भवन का भी निरीक्षण किया। एसडीएम सौम्या पांडेय ने बताया कि एडीजे एससी-एसटी मलखान सिंह ने दोनों स्थानों का निरीक्षण कर लिया है। जिसकी रिपोर्ट वे‌ डिस्ट्रिक्ट जज को सौंपेंगे। डिस्ट्रिक्ट जज की संस्तुति के बाद ही मुंसिफ न्यायालय स्थापित किए जाने  का रास्ता साफ हो पाएगा। वहीं दूसरी तरफ एडीजे एससी-एसटी मलखान सिंह तहसील के सामने स्थित पालिका द्वारा बनाए गए भवन का निरीक्षण किए जाने के दौरान तहसील के अधिवक्ता  मौके पर पहुंच गए,और एडीजे एससी-एसटी मलखान सिंह से तहसील मुख्यालय में ही मुंसिफ न्यायालय स्थापित किए जाने की मांग की।