डा. केएन मोदी फाउंडेशन ने खरीदा 1971 के हिंदुस्तान पाकिस्तान युद्ध में इस्तेमाल हुआ पैटर्न टैंक 

ग्लोबल पब्लिक स्कूल के मुख्य द्वार पर स्थापित किया T55 मॉडल टैंक
मोदीनगर(योगेश गौड़)। डॉ के एन मोदी फाउंडेशन ने गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर अपने शिक्षण संस्थान ग्लोबल पब्लिक स्कूल के मुख्य द्वार पर स्थापित करने के लिए 1971 मे हिंदुस्तान पाकिस्तान  के बीच हुए युद्ध में दुश्मनों के दांत खट्टे कर उन्हें वापस खदेड़ने में अहम भूमिका निभा चुके T55 मॉडल टैंक को सेना से खरीदा है। फाउंडेशन के उपाध्यक्ष कैप्टन राजीव सक्सेना ने जानकारी देते हुए बताया कि T55 मॉडल टैंक का इस्तेमाल 1971 में हुए हिंदुस्तान पाकिस्तान युद्ध में वेस्टर्न सेक्टर ऑफ़ इंडिया में पंजाब राजस्थान बॉर्डर पर स्थित फजलका में किया गया था। उन्होंने बताया कि इस टैंक ने दुश्मन के तीन M 24 टैंको को ध्वस्त कर उनके हौसले पस्त कर दिए थे। कैप्टन सक्सेना के अनुसार इस टैंक का निर्माण सबसे पहले 1946 से 1981 के दौरान सोवियत यूनियन द्वारा किया गया था, उसके बाद 1956 से 1989 के बीच पोलैंड ने भी इस मॉडल के टैंक का निर्माण किया, इन दोनों देशों की तर्ज पर 1957 से 1983 के बीच चेकोस्लोवाकिया में भी इस मॉडल को निर्मित किया जाता था। उन्होंने बताया कि टैंक मे 100 एमएम की बैरल लगी हुई है. जिसे बार-बार रिफिल किया जा सकता है।  कैप्टन सक्सेना ने जानकारी देते हुए बताया कि इस टैंक का वजन लगभग 36 टन तथा इसकी पावर लगभग साडे 14 हॉर्स पावर है. साथ ही टैंक की लंबाई 9 मीटर चौड़ाई लगभग 3.36 मीटर है. तथा इस टैंक में 4 लोगों के बैठने की  व्यवस्था की गई थी। कैप्टन सक्सेना ने आगे जानकारी देते हुए बताया कि उन्होंने इस टैंक को खरीदने के लिए करीब 10 माह पूर्व रक्षा मंत्रालय में आवेदन किया था, जहां से उनके प्रार्थना पत्र को फौज के आला अधिकारियों को भेज दिया गया था। लंबी प्रक्रिया के बाद शनिवार को टैंक एक बड़े ट्रक में लादकर डा.केएन मोदी फाउंडेशन के ग्लोबल पब्लिक स्कूल प्रांगण में लाया गया। उन्होंने बताया कि सेना द्वारा समय-समय पर युद्ध में इस्तेमाल में नाकाबिल हो जाने वाले टैंक आदि सामान को शशर्त इच्छुक संस्थाओं को दिया जाता है। उन्होंने बताया कि टैंक के रखरखाव को देखने के लिए समय-समय पर आर्मी से टीम मुआयना करने आती रहेगी और यदि उन्हें टैंक  के रखरखाव में किसी प्रकार की कमी नजर आएगी तो वे इसे वापस ले लेंगे। कैप्टन सक्सेना के अनुसार ग्लोबल पब्लिक स्कूल के मुख्य द्वार पर युद्ध की इस धरोहर को स्थापित करने का उद्देश्य स्कूल के छात्र छात्राओं को भारतीय सेनाओं के युद्ध कौशल, वीरता से अवगत कराने के साथ-साथ उन्हें सेना में जाने के लिए प्रेरित करना है। कैप्टन राजीव सक्सेना


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डॉक्टर के एन मोदी फाउंडेशन मोदीनगर