गाजियाबाद (योगेश गौड़)। प्राइवेट मेडिकल एसोसिएशन से जुड़े चिकित्सको का एक प्रतिनिधिमंडल ने संस्था के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ एस के शर्मा के नेतृत्व में स्वास्थ्य मंत्री भारत सरकार डॉ हर्षवर्धन से दिल्ली में अपनी मांगों के सम्बंध में मुलाकात की ।
पी सी एम ए .राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ एस के शर्मा के नेतृत्व में दिल्ली में स्वास्थ्य मंत्री भारत सरकार डॉ हर्षवर्धन से उनके निवास पर अपनी मांगों को लेकर मुलाकात की तथा एक अपनी मांगों को लेकर ज्ञापन प्रेषित किया। ज्ञापन में पीसीएम ए के पदाधिकारियों ने स्वास्थ्य मंत्री से मांग की है कि भारत मे पी सी एम ए से जुड़े लाखों आर एमपी चिकित्सको को चिकित्सा करने के अधिकार को मान्यता प्रदान की जाए संस्था के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ एस के शर्मा ने स्वास्थ्य मंत्री से कहा कि भारत मे अनराजिस्टर्ड चिकित्सक चिकित्सा गांव देहात अर्बन रूरल क्षेत्रो में रात दिन मरीजो को सस्ती एवं सुलभ सेवा देने का कार्य कर रहे है किंतु भारत के अनेक स्वास्थ्य विभाग इन चिकित्सको को डरा धमकाकर कर इनसे अवैध वसूली के साथ साथ इन पर मुकदमा करा रहे है । आरएमपी चिकित्सकों के किए जा रहे इस शोषण की पीसीएम में घोर निंदा करती हैं ।
शर्मा ने स्वास्थ्य मंत्री को जानकारी देते हुए बताया कि सुविधा शुल्क ना देने पर इनकी क्लनिक सील किए जा रहे है । हालांकि इन सब चिकित्सको पर पैरामेडिकल व मेडिकल में डिग्री डिप्लोमा है । परंतु इन सब को सी एम ओ विभाग मान्य करार नहीं देता ।पी सी एम ए के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ एस के शर्मा ने स्वास्थ्य मंत्री से मांग की है कि जल्द से जल्द देश मे चिकित्सको की कमी को देखते हुए देश के लाखों आरएमपी चिकित्सकों को स्वास्थ्य विभाग से अनराजिस्टर्ड चिकित्सको को बृज कोर्स करा कर इन लाखो चिकित्सको को प्राथमिक चिकित्सा करने का अधिकार दिया जाए ।
डॉ एस के शर्मा ने इन चिकित्सको को प्राथमिक चिकित्सा करने के लिएक़ानून बनवाने की एवं अबकी बार संसद में चिकित्सकों की मांगों को रखने के लिए स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन से मांग की है ।
डॉ शर्मा ने कहा कि यदि केंद्र सरकार उनकी मांगों को जल्द से जल्द स्वीकार कर आरएमपी चिकित्सकों को कानूनी तौर पर मान्यता प्रदान नहीं करती है तो पीसीएमए से जुड़े लाखो चिकित्सक सड़कों पर उतर कर आंदोलन करेंगे जिसकी समस्त जिम्मेदारी केंद्र सरकार की होगी ज्ञापन देने वालों में डॉ आर के शर्मा ,डॉ जमील खान, डॉ संजय सिंह, डॉ अनिल कोरी, डॉ प्रदीप शर्मा, डॉ राजाराम आर्य, डॉ जुबेर,डॉ सुनील, डॉ राजीव, डॉ वर्मा, डॉ फरमान , डॉ सुनील शर्मा आदि मौजूद रहे।