पश्चिमी क्षेत्र किसान सेवा समिति ने की गन्ने का भुगतान शीघ्र कराए जाने की मांग

मांगे न मानी गई तो समिति पूर्व की भांति करेगी आंदोलन


मोदीनगर (अनवर ख़ान)। मोदी शुगर मिल पर पेराई सत्र वर्ष 2018-19 का गन्ना बकाये के अरबों रुपए के भुगतान कराने को लेकर पश्चिमी क्षेत्र किसान सेवा समिति ने कमर कस ली है। जिसके चलते समिति द्वारा जिलाधिकारी को संबोधित तीन सूत्रीय ज्ञापन एसडीएम देवेंद्र पाल सिंह को सौंप कर बकाया भुगतान किसानों को शीघ्र कराए जाने की मांग की गई है।
         कपड़ा मिल के निकट स्थित वर्कर्स क्लब में आयोजित एक प्रेस वार्ता के दौरान समिति के संरक्षक रामआसरे शर्मा ने उक्त बात पत्रकारों को बताते हुए मिल मालिकों पर आरोप लगाया कि वे उत्तर प्रदेश शासन एवं जिला प्रशासन द्वारा जारी टैंगिंग आदेशों का खुला उल्लंघन कर किसानों के गन्ने से उत्पादित चीनी, शीरा, बगास आदी की बिक्री करके किसानों के गन्ना मूल्य का भुगतान करने की बजाय अपनी तिजोरियों को भर रहे हैं। जिसके चलते मोदी शुगर मिल पर पेराई सत्र 2018-19 में मोदी शुगर मिल पर गन्ने का बकाया करीब 198 करोड़ तथा 20 करोड़ रुपया ब्याज का मिलाकर करीब 218 करोड़ रुपया बकाया है। समिति के उपाध्यक्ष गन्ना समिति के डायरेक्टर सतपाल सिंह तेवतिया ने बताया कि एसडीएम देवेंद्र पाल सिंह को सौपे गए ज्ञापन में मांग की गई है कि मिल मालिकों की मनमानियों पर लगाम लगाने तथा गन्ना भुगतान समय पर कराए जाने के लिए मोदी शुगर मिल पर सरकारी रिसीवर नियुक्त किया जाए। पेराई सत्र वर्ष 2018 19 का बकाया 218 करोड रूपए का भुगतान के अलावा मोदीनगर क्षेत्र के हजारों किसानों का लगभग 13 सेंटरों से क्रय किए गए गन्ने का भुगतान ब्रजनाथ शुगर मिल द्वारा शीघ्र कराया जाए। तथा मोदी शुगर मिल द्वारा भुगतान न कर पाने की स्थिति में शुगर मिल की संपत्तियों को बेचकर किसानों का बकाया भुगतान कराया जाए। समिति के अध्यक्ष देवदत्त त्यागी ने पत्रकारों को बताया कि ज्ञापन के माध्यम से चेतावनी भी दी गई है कि यदि शीघ्र ही तीनों मांगे न मानी गई तो समिति पूर्व की भांति आंदोलन करने के लिए बाध्य होगी।
       प्रेसवार्ता में मुल्तान शर्मा, कालू सिंह, योगेंद्र बल्हारा, पीतम सिंह, शीशपाल सिंह, राजकुमार आदि किसान मौजूद थे।