शिखर फाउंडेशन ने कराया कवि सम्मेलन,  कवियों ने कविता पाठ से बटोरी जमकर वाहवाही मोदीनगर

मोदीनगर (योगेश गौड़)। शिखर फाउंडेशन के तत्वाधान में कादराबाद स्थित इंस्टीट्यूट ऑफ टीचर एजुकेशन के सभागार में एक कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया।कवि सम्मेलन में पधारे कवियों ने अपनी रचनाओं के पाठ से श्रोताओ की खूब तालियां बटोरीं।कार्यक्रम का शुभारंभ  क्षेत्रीय विधायक  डॉ मंजू सिवाच ने मां सरस्वती के दी चित्र के सम्मुख दीप प्रज्ज्वलित कर किया। इस अवसर पर  उपस्थित गणमान्य को संबोधित करते हुए  डॉ मंजू सिवाच ने कहा कि कवियों पर मां सरस्वती की विशेष कृपा रहती है  क्योंकि एक कवि ही सामाजिक  एवं प्रकृति को अपनी कलम के माध्यम से गहराई से चित्रित कर सकता है। शिखर फाउंडेशन की अध्यक्ष एवं विख्यात कवयित्री मनीषा शिखर ने अपनी कविता, जहां ये गैर ऐ दिलबर दिखाई देता है, 
तुम्हारा दिल ही मुझे घर दिखाई देता है पर श्रोताओं की खूब तालियां बटोरीं।
दिल्ली से कवि सम्मेलन में शिरकत करने पहुंचे शायर मंगल नसीम' ने, नन्ही सी चिड़िया बाज के पंजो में देख कर, सपनो में रात भर मुझे बिटिया दिखाई दी अपनी ग़ज़ल पढ़ी।
नोएडा के अमित शर्मा ने युवा देश का जब जब रण में अपनी ताकत तौलेगा, चप्पा-चप्पा इस भारत का वन्दे मातरम बोलेगा, ने वीर रस की कविता का पाठ कर उपस्थित श्रोताओं के रोंगटे खड़े कर दिए।
ग़ाज़ियाबाद से हास्य कवि मोहन द्विवेदी ने ललवा इण्टर पास हो गया सारा गांव उदास हो गया, अपनी हास्य कविता से श्रोताओं को खूब गुदगुदाया, मोदीनगर  के कवि जे0 पी0 सिंह 'मस्त' ने केसर की घाटी की आँखों में आंसू बहते देखा है अपनी कविता सुनाई। गुनवीर राणा ने अब के छप्पर की मरम्मत भी नही हो पाई थी, मेरे मौला जरा बरसात पर काबू रखना सुनाकर श्रोताओं की जमकर तालियां बटोरी।
कार्यक्रम में योगेंद्र शर्मा, अक्षय शर्मा, आर0एन0 गोयल, राम किशोर अग्रवाल जी, सुमित वर्मा, श्वेता चौधरी आदि मौजूद रहे।