मोदीनगर (अनवर ख़ान)। स्थानीय गिन्नी देवी मोदी महिला महाविद्यालय में हिंदी विभाग द्वारा मनाए जाने वाले हिंदी सप्ताह के पांचवें दिन छात्राओं के बीच देश की आजादी में हिंदी भाषा की भूमिका विषय पर संभाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। विजेता छात्राओं को पुरस्कृत कर उनका उत्साहवर्धन किया गया।
कॉलेज के सभागार में गत् सोमवार से आरंभ हिंदी सप्ताह के पांचवें दिन हिंदी विभाग द्वारा स्वतंत्रता संघर्ष में हिंदी का योगदान विषय पर आधारित संभाषण प्रतियोगिता में छात्राओं ने अपने संभाषणों में देश की आजादी में हिंदी भाषा की भूमिका पर विस्तार से प्रकाश डाला। कार्यक्रम के दौरान हिंदी विभागाध्यक्ष डॉ स्नेहलता गुप्ता ने छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि आजादी की लड़ाई में हिंदी भाषा का बड़ा ही महत्वपूर्ण योगदान रहा है। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जैसे राष्ट्रनायको ने अपने संघर्ष में हिंदी भाषा को माध्यम बनाया। यहां तक कि आजादी की लड़ाई के दौरान उर्दू साहित्यकारों ने भी अपनी शायरी में हिंदी है हम वतन है हिंदुस्तान हमारा लिखकर हिंदी के महत्व से सबको अवगत कराया। उन्होंने कहा कि हिंदी ही वह एकमात्र भाषा है जिसने इस देश को एक सूत्र में पिरोने का कार्य किया। सह शिक्षिका डॉ सीमा शर्मा ने भारतेंदु युग में हिंदी की खड़ी बोली विषय पर बोलते हुए कहा कि प्रसिद्ध हिंदी साहित्यकार भारतेंदु हरिश्चंद्र ने कहा था कि जिस हिंदी भाषा को हम निम्न भाषा कहते हैं वही भाषा उन्नति की सीढ़ियों पर चढ़कर देश की मातृभाषा होगी। भारतेंदु हरिश्चंद्र ने हिंदी की खड़ी बोली पर अनेक साहित्य ग्रंथ और कविता कोष लिखे। जो आज भी अजर अमर है।
संभाषण प्रतियोगिता की विजेता छात्राओं आकांक्षा, छवि, अर्चना, एकता, भारती, पूजा, शिवानी आदि को कॉलेज की प्राचार्या डॉ मीनू अग्रवाल द्वारा पुरस्कार एवं प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया।
हिंदी सप्ताह के पांचवे दिन आजादी में हिंदी का योगदान विषय पर की गई संभाषण प्रतियोगिता