अधिकांश गणपति विसर्जन के बाद पालिका ने ली छठ घाट की सुध

  • गत् एक सप्ताह से चल रही विसर्जन यात्राओं से लगे जाम में फंसकर यात्री हो रहे हैं हलकान

  • जाम को खुलवाने और यातायात व्यवस्थित करने में पुलिस को करनी पड़ रही है भारी मशक्कत


मोदीनगर (अनवर ख़ान)। क्षेत्र के अधिकांश श्रद्धालुओं द्वारा भगवान श्री गणेश की प्रतिमाओं के मुरादनगर गंग नहर में विसर्जन के बाद मोदीनगर नगर पालिका को गणेश प्रतिमाओं को विसर्जन करने लिए गोविंदपुरी छठ घाट की साफ-सफाई करने की सुध आई है।
         ग़ौरतलब है कि गणेश चतुर्थी पर्व के चलते क्षेत्र के अधिकांश वासियों द्वारा अपने घर, मोहल्लों तथा कालोनियों आदि में भगवान श्री गणेश की प्रतिमाएं स्थापित की गई थीं। शास्त्रों के मुताबिक भगवान श्री गणेश की प्रतिमा को कोई डेढ़ दिन के लिए, कोई 3 दिन के लिए, कोई 5 दिन या 7 दिन तथा कोई 11 दिन के लिए स्थापित कर प्रतिमा के समक्ष पूजा-अर्चना करता है। जिसके बाद नियत समय सीमा के बाद श्रद्धालुगण भगवान श्री गणेश की प्रतिमा को पानी में विसर्जित करते हैं। चूंकि नगर पालिका द्वारा मोदीनगर क्षेत्र में विसर्जन करने के लिए कहीं पर भी पानी की व्यवस्था नहीं की गई थी, इसलिए श्रद्धालुओं को भगवान श्री गणेश की प्रतिमा को विसर्जित करने के लिए मुरादनगर स्थित गंग नहर का रुख करना पड़ रहा है। विसर्जन यात्राओं में भजनों आदि पर नाचते झूमते श्रद्धालुगणों के वाहनों के धीमी गति से चलने के कारण हाईवे पर जाम के हालात बन रहे हैं, जिसको खुलवाने में पुलिस को भी भारी मशक्कत करनी पड़ रही है। यही नहीं जाम में फंसकर हाइवे से गुजरने वाले वाहन चालक और यात्री भी हलकान हो रहे हैं।
       यदि नगरपालिका समय रहते गोविंदपुरी स्थित छठ घाट की सुध लेकर पहले ही साफ सफाई करा कर पानी का भराव कर देती तो श्रद्धालुओं को भगवान श्री गणेश की प्रतिमा का विसर्जन करने के लिए मुरादनगर गंग नहर पर जाने की आवश्यकता नहीं पड़ती। 
     इस बाबत मालूम करने पर अधिशासी अधिकारी शिवराज सिंह ने बताया कि चूंकि विसर्जन आगामी बृहस्पतिवार को होना है, इसलिए आज छठ घाट की साफ-सफाई करा दी गई है तथा बुधवार को घाट में पानी भरवा दिया जाएगा।
      पुलिस क्षेत्राधिकारी केपी मिश्रा ने कहा कि उन्होंने स्वयं छठ घाट का निरीक्षण किया है। तथा वहां श्रद्धालुगणों की सुरक्षा के लिए सुरक्षा व्यवस्था को चाक-चौबंद करने के निर्देश भी दे दिए गए हैं।