शहर में बिछाई जा रही सीवरेज लाइन, लाइफ लाइन है या जिंदगी की डेडलाइन ?

ठेकेदार की लापरवाही से 3 दुपहिया वाहन बचे मौत के मुंह में जाने से बाल-बाल 
मोदीनगर(योगेश गौड़)। हाल ही में सर्च आउट समाचार पत्र में  करीब साढे 500 करोड़ की योजना के तहत नगर में बिछाई जा रही सिवरेज लाइन में इस्तेमाल किए जा रहे पाइपों एवं सामग्री के घटिया होने का आरोप लगाती एक खबर प्रकाशित की गई थी। इतना ही नहीं खबर में ठेकेदारों द्वारा सीवरेज लाइन बिछाने के लिए की जा रही खुदाई के बाद उक्त स्थानों को ठीक तरीके से मिट्टी से पाटने में बरती जा रही लापरवाही के विषय में भी सवाल उठाया गया था।नगर में बिछाई जा रही सीवर लाइन मैं ठेकेदारों द्वारा बरती जा रही लापरवाही किस कदर आम लोगों के लिए जानलेवा एवं घातक साबित हो रही है। इसका एक उदाहरण स्थानीय फफराना बस्ती मैं बिछाई जा रही सीवर लाइन मैं उस समय देखने को मिला जब एक ही दिन में सीवर टैंक बनाने के लिए खोदे गए करीब 12 फीट गहरे गड्ढों को बगैर बैरिकेटिँग किए खुला छोड़ दिया गया, जिसमें एक के बाद एक तीन मोटरसाइकिल सवार गिरकर बुरी तरह घायल हो गए। सीवर लाइन बिछा रहे ठेकेदार के इस लापरवाही भरे रवैये के खिलाफ बस्ती वासियों में रोष व्याप्त है।
गौरतलब है कि इन दिनों जल निगम द्वारा शासन की  महत्वाकांक्षी योजना के तहत करीब 550 करोड़ की लागत से नगर के विभिन्न मोहल्लों एवं मुख्य मार्ग पर सीवरेज लाइन बिछाए जाने का कार्य जोरों पर है। जल निगम गाजियाबाद एवं नगर पालिका परिषद मोदीनगर के संयुक्त तत्वाधान में नगर के विभिन्न मोहल्लों एवं मुख्य मार्ग सहित संपर्क मार्गों पर बिछाई जा रही सीवरेज लाइन व इसके लिए बनाए जा रहे दर्जनों फीट गहरे टैंक ना सिर्फ स्थानीय लोगों के लिए जाम का बड़ा कारण बन रहे हैं बल्कि उनके जानऔर माल के लिए भी जोखिम साबित हो रहे हैं। नगर में बिछाई जा रही सीवर लाइन के तहत इन दिनों फफराना बस्ती में कार्य जोरों पर है। इस बस्ती में ना सिर्फ सीवरेज लाइन के पाइप डाले डा जा रहे हैं बल्कि इन पाइपों से होकर गुजरने वाले पानी एवं कबाड़ को एक जगह एकत्रित करने के लिए कई कई फीट गहरे टैंकों का निर्माण भी किया जा रहा है। सीवरेज लाइन के तहत बनाए जा रहे इन दर्जनों फीट गहरे टैँको के चारों तरफ ठेकेदारों द्वारा बरती जा रही लापरवाही के तहत बैरिकेटिँग नहीं कराई गई है। जिसके चलते रविवार को 3 दुपहिया वाहन इन गहरे गड्ढों में गिरकर गंभीर रूप से घायल हो गए। इन गड्ढों में गिरे इन दुपहिया चालकों को बा मुश्किल स्थानीय निवासियों द्वारा रस्से डालकर निकाला गया।