मांगे नहीं मानी तो आगामी 30 अक्टूबर से किसान करेंगे पदयात्रा
मोदीनगर (अनवर ख़ान)। एक समान मुआवजा समेत अनेक मांगों को लेकर किसान कल्याण समिति के बैनर तले दिल्ली मेरठ एक्सप्रेस वे से प्रभावित गांवों के ग्रामीणों द्वारा दिया जा रहा धरना 17वें दिन भी जारी रहा। गुरुवार को धरनारत किसानों तथा वहां उपस्थित ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि मांगे नहीं मानी गई तो आगामी 30 अक्टूबर को किसान मेरठ कमिश्नरी तक पदयात्रा निकालेंगे।
17वें दिन गुरुवार को धरनारत किसानों को संबोधित कर रहे पूर्व जिला पंचायत सदस्य किसान नेता डॉक्टर बबली गुर्जर ने कहा कि किसान पिछले 17 दिन से अपने अधिकारों को पाने के लिए संघर्षरत है। किंतु शासन प्रशासन के कानों पर जूं तक नहीं रेंग रही है। उन्होंने कहा कि उप जिलाधिकारी सौम्या पांडे से किसानों ने वार्ता की थी किंतु यह वार्ता बेनतीजा रही। उन्होंने कहा कि अब धरने पर बैठे किसान इस आंदोलन की आगामी रणनीति हेतु जो कोई फैसला लेंगे उस फैसले को उनका पूरा समर्थन है। जिसके बाद धरनारत किसानों और धरने पर मौजूद ग्रामीणों ने सर्वसम्मति से निर्णय लिया कि यदि मांगे नहीं मानी गई तो आगामी 30 अक्टूबर को हजारों की संख्या में किसान एकत्रित होकर डासना हाईवे से पदयात्रा निकालेंगे। यह पदयात्रा 30 अक्टूबर की रात्रि गांव मुरादाबाद में रात्रि विश्राम करेगी उसके उपरांत 31 अक्टूबर को यह पदयात्रा मुरादाबाद से आरंभ होकर शाम तक मेरठ स्थित कमिश्नरी पर जाकर डेरा डालेगी और अगले दिन कमिश्नर को अपनी मांगों से संबंधित ज्ञापन सौंपेंगे।
धरने पर पूर्व जिला पंचायत सदस्य रालोद नेत्री डॉ दीपा त्यागी, गजेन्द्र प्रधान, ब्रजवीर प्रधान, टीकम शर्मा, चंद्र पाल, राकेश, सुरेश, रामे, महेंद्र सिंह, योगेश्वर, विजयपाल, राजवीर सिंह, विक्रम सिंह, वीरेंद्र शर्मा, अमन सिंह, रविंद्र शर्मा, महेश, सोमपाल, वीरपाल, सुभाष शर्मा, चरण सिंह, शिव शर्मा, धीरज, मनवीर सिंह त्यागी समेत सैकड़ों महिला पुरुष मौजूद थे।